{ प्राथना में जो कुछ माँगा
पूरा करो अरमान
सारी खताऍ माना करुं मैं
तेरा करू अब ध्यान } – 2
1 . { दिल मे धीमी आवाज आई
अपने गुनाहों को मान
जान लिया मै ने आवाज उसकी
जिसका किया अपमान } – 2
2 . { जाना सभी को आखिर वहीं हैं
होगा जहां इंसाफ
धो दे दिलों को आज हमारे
कर दे लहू से साफ } -2